होश आने पर सभाला खुद - को खुद - से, आपकी चाहा में यह परेशानी हुई - हुई है। होश आने पर सभाला खुद - को खुद - से, आपकी चाहा में यह परेशानी हुई - हुई है।
दिल, बिखरा ही जा रहा खुद में सिमटा ही जा रहा अब रातो को आँख लगेगी कहाँ दिल, बिखरा ही जा रहा खुद में सिमटा ही जा रहा अब रातो को आँख लगेगी कहाँ
सिर्फ एहसास है यह जज़्बात का करीब न होकर भी करीब है हम इस बात का हर लम्हा इश्क बढ़ाती ये बारिशें सिर्फ एहसास है यह जज़्बात का करीब न होकर भी करीब है हम इस बात का हर लम्हा इश्क बढ़...
विस्मृत भाव को जाग्रत कर उन माजी के दरीचों से झांककर विस्मृत भाव को जाग्रत कर उन माजी के दरीचों से झांककर
सो इस कोशिश में रहता हूँ कि खुद को तेरे क़ाबिल कर लूँ, सो इस कोशिश में रहता हूँ कि खुद को तेरे क़ाबिल कर लूँ,
दिलकश बड़ा है, तेरा याद आना मुश्किल बड़ा है, तुझे अब भुलाना दिलकश बड़ा है, तेरा याद आना मुश्किल बड़ा है, तुझे अब भुलाना